इसराइल पर आतंकी हमला || बड़ी मुश्किल में फंसा भारत || इसराइल अटैक || हमास अटैक ||

इसराइल पर आतंकी हमला || बड़ी मुश्किल में फंसा भारत || इसराइल अटैक || हमास अटैक ||

इसराइल पर बड़ा हमला हुआ है फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने गाजा पट्टी से इसराइल पर एक के बाद एक 5000 रॉकेट दागे हैं, हमास ने यह हमला सुबह 6:30 के करीब किया जिस वक्त ज्यादातर इजरायली सो रहे थे, जैसे ही हमास के रॉकेट इजराइल में घुसे तो इजराइल का एयर डिफेंस सिस्टम आयरन ड्रोन एक्टिव हो गया। आयरन डोम ने सैकड़ो रॉकेट को हवा में ही तबाह कर दिया इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह एक जंग की शुरुआत है हमास को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी यह जंग हमास ने शुरू की है लेकिन खत्म इसराइल करेगा इसराइल पर हमास के हमले ने भारत के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा कर दी है इस हमले का खामियाजा भारत को भुगतना पड़ सकता है।

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पोस्ट को पूरा पढियेगा ताकि आपको सब कुछ आसान भाषा में समझ आ जाए दरअसल फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने इसराइल पर यह हमला ऐसे वक्त किया है जिस वक्त इसराइल और सऊदी अरब पहली बार दोस्ती के लिए आगे बढ़ रहे हैं सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा है कि वह इजरायल के साथ संबंधों को सुधारने के लिए तैयार हैं, अमेरिका के कहने पर इजरायल और सऊदी अरब अपनी दुश्मनी को खत्म करने के लिए तैयार हो गए हैं सऊदी अरब और इजराइल में दोस्ती का मतलब है कि फिलिस्तीन का मुद्दा पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

इसराइल पर आतंकी हमला || बड़ी मुश्किल में फंसा भारत || इसराइल अटैक || हमास अटैक ||

अभी तक फिलीस्तीन को सऊदी अरब का समर्थन मिल रहा था सऊदी अरब के समर्थन के बिना फिलिस्तीन का मुद्दा जिंदा ही नहीं रह सकता अगर सऊदी अरब और इसराइल दोस्ती कर लेते हैं तो फिलिस्तीन जी जेरूसलम पर कब्जा करने का सपना देख रहा है वह पल भर में चकनाचूर हो जाएगा लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अमेरिका सऊदी अरब और इजरायल की दोस्ती क्यों करवाना चाहता है इसमें एक सबसे बड़ा कारण भारत है दरअसल अमेरिका चाहता है कि इंडिया मिडल ईस्ट यूरोप इकोनामिक कॉरिडोर जिसे आई मैक के नाम से जाना जा रहा है वह जल्द से जल्द पूरा हो जाए यह इकोनामिक कॉरिडोर भारत से निकलकर सीधा यूरोप तक पहुंचेगी इस नए इकोनामिक कॉरिडोर की घोषणा भारत में हुए G20 शिखर सम्मेलन में हुई थी आपको बता दें की इसी कॉरिडोर का एक बड़ा हिस्सा सऊदी अरब और इसराइल दोनों देशों से निकलकर यूरोप तक पहुंचेगा अब अगर सऊदी अरब और इसराइल ही लड़ते रहे तो यह कॉरिडोर यूरोप तक नहीं पहुंच पाएगा इसी आई मैक कॉरिडोर के लिए अगर सऊदी अरब और इसराइल हाथ मिला लेते हैं तो फिलिस्तीन पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा अब इसी कॉरिडोर पर चल रही बातचीत को तबाह करने के लिए हमास ने इसराइल पर हमला कर दिया है 

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